नमस्कार दोस्तों,आज की इस सच्ची कहानी मैं हम जानेंगे कि कैसे मेरे अकेलेपन ओर निराशा भरी जिंदगी में एक लड़की मेरी बहन बनकर मेरी ख़ुशियाँ बनकर मेरी जिंदगी में आती है और कैसे मेरी अजीब किस्मत की वजह से मुझे उसी लड़की के साथ चुदाई करना पड़ती है।। आप सभी का कहानियों की इस दुनिया में बहुत बहुत स्वागत करता हूँ मेरा नाम राहुल है और मैं अभी 21 साल का हूँ। मेरा जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था, इसलिये मेरे ज्यादातर शौक तो पैदा होते ही मर गए थे।। मैं एक बड़ा बिजनेसमैन बनना चाहता था, लेकिन पैसों की कमी होने की वजह से ओर जॉब के चक्कर के कारण में अपने सपने बिल्कुल भी पूरे नही कर पा रहा था। एक तरफ जहां मेरो जॉब थी, वहीं दूसरी तरफ मैं अपनी पढ़ाई भी पूरी कर रहा था, इसलिए पढ़ाई और घर के खर्चे के अलावा मैं कभी ओर कुछ कर ही नही पा रहा था। मेरे दोस्त काफी कम थे, इसलिये में ज्यादातर अकेले ही रहना पसंद किया करता था। खाली समय मे मुझे अक्सर फेसबुक चलाने का बहुत ही ज्यादा शौक था। मैं 21 साल का एक जवान था, जो बहुत ही कम उम्र में ही अपने घर के प्रति जिम्मेदार हो गया था, क्योंकि मेरे घर वाले बहुत ही ज्यादा गरीब थे।
हेल्लों दोस्तों आज मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ जिसमे आज मैं आपको बताऊंगा की कैसे मेने एक लड़की से उसकी मर्जी के बिना शादी कर उसके साथ चुदाई की थी। चलिए अब बिना इंतजार किये कहानी आई तरफ बढ़ते है। हेल्लों, दोस्तों मेरा नाम है नितिन ठाकुर और मैं उज्जैन का रहने वाला हूँ। बाकी लोगों के माता-पिता की तरह मेरे भी माता-पिता मुझसे अक्सर कहा करते थे कि बेटा पहले ऐसा करलो फिर जिंदगी में आराम ही आराम या फिर ये करलो तो जिंदगी में आराम ही आराम है। ऐसा कहते हुए पहले तो मेरे माता-पिता ने मुझसे स्कूल पास करवाया फिर कॉलेज और फिर सरकारी नोकरी पर लगवा दिया। अब मेरी जिंदगी में ये काम तो अच्छा हुआ था कि मुझे एक सरकारी नोकरी मिल चुकी थी, लेकिन सबसे बुरी बात यह थी कि सरकारी नोकरी को पाते पाते मेरी उम्र करीब 30 साल तक पहुंच गई थी। अब तो मेरे सिर पर गंजापन भी आने लग गया था। मेने अपना पूरा समय सरकारी नौकरी के ऊपर लगा दिया था, इसलिए में गंजा, चश्मिश ओर बेकार दिखने लग गया था। अब मेरी इज्जत बस एसलिये थी कि मैं एक सरकारी नौकरी थी। लेकिन वो जो मेरे घर वाले कहते थे कि ये करलो फिर आराम ही आराम